हाल ही में यह देखने को मिला है कि बहुत से सर्किल में खातो को एटीएम से लिंक करने का टारगेट दिया जा रहा है | एसे में डाक सहायको को बड़ी जदोजहद करनी पड़ रही है कि आखिर कैसे इस टारगेट को पूरा करें ? बहुत से ग्राहक तो एटीएम लेना ही नहीं चाह रहे है क्योंकि वो या तो अनपढ़ है या उनको अंदेशा है कि उनकी कम जागरूकता उनकी बचत में सेंध लगा सकती है | अब बिना ग्राहक कि मर्जी के कैसे उनको एटीएम जारी करें ? लेकिन विभाग के बड़े अफसरों ने प्रत्येक डाकघर को 200-500 की संख्या में टारगेट दिया है | अब टारगेट पूरा करना भी जरुरी | क्योकिं विभाग हमेशा सिर्फ आंकड़ों पर ही विश्वास करता आ रहा है | सभी को अपनी APAR कि चिंता सताती है | अब इस टारगेट को पुरे करने के लिए कैसे नियम और सुरक्षा में सेंधमारी हो रही है आप निचे लिखी सत्य घटनाओं से पता लगा सकते है
एक डाकघर ने तो टारगेट पूरा करने के लिए ब्रांच ऑफिस के बचत खतों में ही एटीएम जारी कर दिया | नियमानुसार ब्रांच ऑफिस के खातो में एटीएम जारी नहीं हो सकता | हम यहाँ उस डाकघर का मजाक नहीं बना रहे | आखिर जैसे तैसे टारगेट पूरा करके अफसरों को खुश करना उसके लिए प्राथमिकता थी |
एक डाकघर ने बिना एप्लीकेशन लिए ही अपने ऑफिस के एक्टिव बचत खातों में एटीएम जारी कर दिए | आखिर क्यों न करता प्रेशर जो इतना था बेचारे उस पर |
एक डाकघर में बंद खाते में एटीएम जारी कर दिया | अब बताओं बंद खाते में एटीएम कैसे जारी हो सकता है | गलती से खाता संचय पोस्ट में बंद नहीं किया और Finacle में माइग्रेट हो गया | बाद में ऑफिस वालों को अपनी गलती का पता चला | इस स्थिति में ग्राहक तो आया नहीं पोस्ट ऑफिस, आप ने ही बिना एप्लीकेशन लिए उसका एटीएम जारी कर दिया |
बहुत से डाकघर बिना KYC CIF में अपडेट किये एटीएम जारी कर रहे है न तो उनका मोबाइल न. न ही उनका वर्तमान पता सही है | अब उनका Personalized Card "return to sender" हो रहा है | सही है टारगेट का प्रेशर है लेकिन जेन्युइन ग्राहक के साथ तो लापरवाही मत बरतों |
अब एक साथ 200 एटीएम कार्ड जारी हो गए | इसका कार्ड उसको और उसका कार्ड इसको दे दिया और अब रोजाना कंप्लेंट बढ़ रही है कि मेरे खाते से अपने आप पैसे निकल गए कैसे ? इससे विभाग कि छवि मट्टी पलित तो हो गई और तकनिकी पर भी सवाल उठ रहे हैं |
इस लेख लिखने का उद्देश्य हमारा विभाग की छवि को धूमिल करना नहीं है न ही किसी कर्मचारी के कार्यों को चुनौती देना है | विभाग में टारगेट चलते रहते है लेकिन आपको अपना काम नियम और सुरक्षा को ध्यान में रखकर करना है | अब हम बताते है कि कैसे आप इस टारगेट को भी पा सकते है और आपने काम को सही ढंग से निष्पादित कर सकते है | जैसे :-
एटीएम जारी करते समय ग्राहक से आवेदन पत्र के साथ KYC ले और उसे CIF में अपडेट करना न भूले |
ब्रांच ऑफिस के अकाउंट में कभी भूलकर भी एटीएम जारी नहीं करें |
यदि आपके पास एटीएम आवेदन ज्यादा है तो आप उन्हें EOD करने के बाद ही जारी करें | इससे उनमे एक्टिवेशन कि समस्यां नहीं आएगी | क्योंकि इनफ़ोसिस टीम सायं 6 बजे बैच फाइल प्रोसेस करती है जो एटीएम BOD डेट के 6 बजे तक जारी हो जाते है उनको ACTIVATE कर दिया जाता है | इसलिय सही ये ही है कि EOD होने के बाद करेंगे तो वो अगले दिन के बैच में प्रोसेस हो जायेंगे |
एटीएम ग्राहक को देते समय रजिस्टर में हस्ताक्षर जरुर लेवें |
विभाग के अफसर टारगेट जरुर देते है लेकिन आपको ये कभी नहीं कहेंगे कि आप नियम व सुरक्षा से समझोता करों | आप सभी को सलाह है कि नियम व सुरक्षा के साथ काम करें ताकि आप कि नौकरी पर कोई आंच नहीं आये |
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