सेवा में
माननीय वित्तमंत्री जी
भारत सरकार
134, नार्थ ब्लाक
नई दिल्ली।
विषय: सातवें वेतन आयोग में विसंगतियाँ
माननीय मंत्री महोदय जी, दिनांक 19.11.2015 को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें आयोग ने भारत सरकार को (माननीय वित्तमंत्री जी) को सौंप दी है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें पढ़ने के बाद मेरे विचार से इसमें काफी विसंगतियाँ दिखायी दे रही है। जिसके कारण छठे वेतन आयोग की अपेक्षा मौजूदा सातवें वेतन आयोग में कर्मचारियों को अनेको जगह नुकसान होता दिखायी दे रहाह है चाहें मौजूदा समय में पे मैट्रिक्स में हो या पे मैट्रिक्स में प्रमोशन के द्वारा। मान्यवर, आपका ध्यान निम्नलिखित तीन उदाहरण के माध्यम के द्वारा आकर्षित करना चाहता हूँ कृपया इसी आधार पर सम्पूर्ण पे मैट्रिक्स पर ध्यान देने की कृपा करें।
प्रथम उदाहरण: समान वेतन, अलग-अलग ग्रेड पे पर
छठे वेतन आयोग में अलग अलग ग्रेड पे होने के बावजूद ने पी.बी.1 5200-20200 में ग्रेड पे 2000, 2400, 2800 एवं पी.बी. 2 में 9300-34800 ग्रेड पे 4200 पाने वाले सभी कर्मचारियों का बेसिक पे यदि एक समय लगभग 13500 के आस पास भी हो सकता है जबकि 4200 ग्रेड पे पाने वाले भी प्रारम्भिक बेसिक पे ही 13500 है कृपया टेबल न.1 अवश्य देखें।
Table: 1
Annual Increment |
Rs.5200-20200 GP 2000 (V CPC 3200-4900) |
Rs.5200-20200 GP 2400 (V CPC 4000-6000) |
Rs.5200-20200 GP 2800 (V CPC 4500-7000) |
Rs.9300-43800 GP 4200 (V CPC 5000-8000) |
8460 | 9910 | 11360 | 13500 | |
1 | 8720 | 10210 | 11700 | |
2 | 8990 | 10520 | 12060 | |
3 | 9260 | 10840 | 12430 | |
4-5 | 9540, 9830, | 11170 | 12810 | |
6-7 | 10130, 10440, | 11510 | 13200 | |
8-9 | 10760, 11090, | 11860 | 13600 | |
10-11 | 11430, 11780, | 12220 | ||
12-13 | 12140, 12510 | 12590 | ||
14-15 | 12890, 13280 | 12970 | ||
16 | 13680 | 13360 |
तो Rs. 13500 बेसिक पे पाने वाले सभी ग्रड पे में (2000, 2400, 2800 एवं 4200) कर्मचारियों को मौजूदा समय में बेसिक पे Rs.13500 + 119% DA + 1600 TA +119% DA on TA + 20% HRA = बेसिक पे 13500 + DA 16065 + TA 3504 + HRA 2700 = Rs. 37569 वेतन प्राप्त हो रहा है। यदि सभी ग्रेड पे (2000, 2400, 2800 एवं 4200) में यदि कर्मचारी की बेसिक पे Rs.13500 होती है तो मौजूदा समय में सभी को छठे वेतन आयोग में समान वेतन प्राप्त हो रहा है।
जबकि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर Rs.13500 बेसिक पे पाने वाले सभी कर्मचारियों में वेतन अलग अलग हो जायेगा। इससे सदैव ग्रीवांस बढ़ेगी और विसंगतियाँ बढ़ती जायेगी तथा एक समान बेसिक पे पाने वाले कर्मचारियों का सातवें वेतन में काभी अंतर देखने को मिलेगा कृपया टेबन नं. 2 अवश्य देखें।
द्वितीय उदाहरण: प्रमोशन के आधार पर
1. यदि छठे वेतन आयोग के आधार पर एक कर्मचारी का 200 से 2800 ग्रे पे पर प्रमोशन होता है तो सातवें वेतन आयोग में उसकी पे मैट्रिक्स ज्यादा बनेगी जबकि इस स्केल के कर्मचारी का यदि जनवरी 2016 के बाद सतवें वेतन आयोग में पे मैट्रिक्स में बदल कर यदि 2000-2800 ग्रेड पे में प्रमोशन मिलता है तो उस कर्मचारी को पे मैट्रिक्स में ही प्रतिमाह Rs. 1000 का नुकसान होने की सम्भावना है।
Upgrade Rs. 2000 to 2800 GP | |
छठे वेतन आयोग | सातवें वेतन आयोग [Chapter 5.1.52] |
Basic Pay Rs. 11780 Rs. 11780 x 3% = 360 (Round off) Rs. 11780 + 360 = 12140 Rs. 12140-2000 + 2800 = 12940 New Basic Pay = Rs.12940 Promotion in VII CPCRs. 12940 x 2.57 = 33255.80 in level 5 = Rs.33900 NEW PAY MATRIX = 33900 |
यदि 11780 बेसिक पे पर सातवें पे आयोग में
आने पर प्रमोशन होगा तो क्या होगा? Rs. 11780 x 2.57 = 30274.60 = 30300 Rs. 31100 (Level 3) Rs. 31100 x 3% (increment) = 933 Rs. 31100 + 933 = 32033 Rs. 32900 (Level 5) NEW PAY MATRIX = 32900 |
यदि छठे वेतन आयोग में 11780 का 2000 से 2800
में प्रमोशन होता है एवं सातवें वेतन आयोग में होता है तो दोनों का अन्तर
33900-32900= 1000 प्रतिमाह का पे मैट्रिक्स मे नुकसान
होगा।
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2. इसी प्रकार यदि छठे वेतन के आधार पर एक कर्मचारी का 2800 से 4200 ग्रेड पे पर प्रमोशन होता है तो सातवें वेतन आयोग में उसकी पे मैट्रिक्स ज्यादा बनेगी जबकि इस स्केल के कर्मचारी का यदि जनवरी 2016 के बाद सातवें वेनत आयोग में पे मैट्रिक्स में बदस कर यदि 2800-4200 ग्रेड पे प्रमोशन मिलता है तो उस कर्मचारी को पे मैट्रिक्स में ही प्रतिमाह Rs. 3600 का नुकसान होने की सम्भावना है।
Upgrade Rs. 2800 to 4200 GP | |
छठे वेतन आयोग | सातवें वेतन आयोग [Chapter 5.1.52] |
Basic Pay Rs. 14360 Rs. 14360 x 3% = 430 (Round off) Rs. 14360 + 430 = 14790 Rs. 14790-2800 + 4200 = 16190 New Basic Pay = Rs.16190 Promotion in VII CPCRs. 16190 x 2.57 = 41608.30 Rs.42300 in level 6 NEW PAY MATRIX = 42300 |
यदि 14360 बेसिक पे पर सातवें पे आयोग
में आने पर प्रमोशन होगा तो क्या होगा? Rs. 14360 x 2.57 = 36905.20 = 37000 Rs. 37000 (Level 5) Rs. 37000 x 3% (increment) = 1110 Rs. 37000 + 1110 = 38110 Rs. 38700 (Level 6) NEW PAY MATRIX = 38700 |
यदि छठे वेतन आयोग में 14360 का 2800 से 4200
में प्रमोशन होता है एवं सातवें वेतन आयोग में होता है तो दोनों का अन्तर
42300-38700= 3600 प्रतिमाह का पे मैट्रिक्स मे नुकसान
होगा।
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तृतीय उदाहरण
छठे वेतन आयोग में Rs.3200-4900 (V CPC) की पे स्केल को रु. 5200-20200 ग्रेड पे 2000 (Pre revised Scale S-6) में बदा था जिसमें जो भी इस स्केल में नया कर्मचारी आयेगा उसका वेतन 6460 + 2000 = 8460 होगा परन्तु जो भी पुरा कर्मचारी 3200-4900 में था उसको 1.86 से गुणा करके वेतन 6060+2000 = 8060 से गणना की गई थी जिसके कारण 8460-8060=400 का प्रतिमाह नुकसान पुराने (1.1.2006 के पहले के कर्मचारी) कर्मचारियों को अभी तक हो रहा है जिसकी भरपाई अभी तक नहीं हो पा रही है। यानि कि 400 रु. का प्रतिमाह नुकसान बेसिक पे में हो रहा है।
यदि इसी प्रकार Rs. 3200-4900 की बेसिक में नये एवं पुराने (1.1.2006 के बाद एवं 1.1.2006 के पहले के कर्मचारी) कर्मचारियों को यदि समान बेसिक Rs.6460+2000 = 8460 छठे वेतन आयोग में मिल गयी हो तो आज इस प्रकार की विसंगतियाँ देखने का नहीं मिलती और नही Rs. 3200-4900 पाने वाले कर्मचारियों का बेसिक में Rs.8460-8060=400 का नुकसान हो रहा होता। और न ही सातवें वेतन आयोग में इस प्रकार के नुकसान की भरपाई होने की सम्भावना है। कृपया इस प्रकार की विसंगति का भी ध्यान में रखने की कृपा करें।
जबकि छठे वेतन आयोग में Rs.5000-8000 (V CPC) की पे स्केल को पाने वाले सभी कर्मचारियों को बेसिक पे Rs.9300-34800 ग्रेड पे 4200 (Pre revised Scale S-9) मे बदला था जिसमें जो भी इस स्केल में नया एवं पुराना कर्मचारी था जिसकी बेसिक पे को 1.86 से गुणा करके वेतन 9300+4200= 13500 से गणना की गई थी और बेसिक पे 13500 अंकित की गयी है। इस कारण नये एवं पुराने दोनों कर्मचारियों (1.1.2006 के बाद एवं 1.1.2006 के पहले के कर्मचारियों) को समान बेसिक पे एवं वेतन मिल रहा है।
उपरोक्त कुछ तथ्यों/उदाहरणों के आधार पर पे मैट्रिक्स में ज्यादातर कर्मचारियों को नुकसान दिखाई पड़ रहा है जिसके कारण इस सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर ज्यादा वेतन विसंगतयां देखने को मिल सकती है। और सदैव इससे कर्मचारी को नुकसान होता रहेगा।
अत: मान्यवर आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया उपर दिये गये कुछ तथ्यों/उदाहरण के आधार पर आने वाली विसंगतियों को दूर करने पर विचार करने की कृपा करें यदि हो सके तो पाँचवें वेतन आयोग की सिफारिशों की तरह पुन: पे स्केल लागू करने पर विचार करें ताकि ज्यादातर वेतन विसंगतियाँ समाप्त हो सके।
सीमा विश्वकर्मा
मकान नं. 1023 टाईप वन
आई.आई.टी. कानपुर-208016
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